अब परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को अगले महीने से हर गुरुवार को रामदाने व बाजरे का लड्डू भी मिड डे मील में खाने को मिलेगा।
अभी तय साप्ताहिक मेन्यू के अनुसार, इस दिन विद्यार्थियों को दाल व रोटी परोसी जाती है। अब अतिरिक्त पूरक पोषाहार की व्यवस्था के तहत 1.57 लाख स्कूलों के 1.48 करोड़ विद्यार्थियों को यह पोषक आहार खाने को मिलेगा। इसमें मूंगफली की चिक्की, गुड़-तिल व मूंगफली की गजक और भुना चना भी शामिल है।
सोमवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की प्रबंधकारिणी समिति की 30 वीं बैठक में तैयारियों की समीक्षा की गई। वर्तमान शैक्षिक सत्र में अगले महीने से लेकर मार्च वर्ष 2025 तक कुल 19 गुरुवार पड़ेंगे और इस में यह पौष्टिक आहार देने के लिए कुल 95 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 57 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और 38 करोड़ रुपये राज्य सरकार खर्च करेगी। प्रति छात्र पांच रुपये की दर के हिसाब से इस पौष्टिक आहार का वितरण किया जाएगा। अगर रामदाने व बाजरे का लड्डू, मूंगफली की चिक्की और गुड-तिल व मूंगफली की गजक छात्रों को दी जाएगी तो यह न्यूनतम 20 ग्राम की मात्रा में होगी। वहीं, अगर इसकी जगह भुना चना दिया जाता है तो वह 50 ग्राम की मात्रा में छात्रों को दिया जाएगा।