चीन ने भारत की तीन महत्वपूर्ण आर्थिक मांगों पर सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। इनमें उर्वरक आपूर्ति में बाधाओं को दूर करना रेअर अर्थ मैग्नेट का आयात शुरू करना और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए टनेल बोरिंग मशीनें शामिल हैं। वांग यी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को यह आश्वासन दिया। चीन ने भारत की तीन प्रमुख मांगों पर सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। ये तीनों मांगे आर्थिक क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं। इसमें भारत को चीन से उर्वरक आपूर्ति में आ रही बाधाओं को समाप्त करने के साथ ही रेअर अर्थ मैग्नेट व इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए जरूरी टनेल बोरिंग मशीन के आयात को शुरू करना शामिल है।
अमेरिका की ट्रंप प्रशासन ने अप्रैल, 2025 में जब चीन व भारत समेत दुनिया के कई देशों के आयात पर रोक लगाने का एलान किया था तब चीन ने भी अपने निर्यात को लेकर कठोर नीति अपनानी शुरू कर दी थी। चीन ने सबसे पहले रेअर अर्थ मैग्नेट व कुछ अन्य दुर्लभ धातुओं के निर्यात पर पाबंदी लगाई और उसके बाद बड़ी मशीनरियों के निर्यात को भी सीमित कर दिया। इस बीच उर्वरक निर्यात को लेकर भी चीन ने अपने निर्यातकों को हतोत्साहित करना शुरू कर दिया जिसका सबसे ज्यादा असर भारत पर हुआ है।दोनों विदेश मंत्रियों की तीन बार मुलाकात हो चुकी है। पीएम मोदी इस महीन के अंत में चीन जाने की तैयारी में हैं। कई जानकार मानते हैं कि जिस तरह से ट्रंप प्रशासन ने शुल्क के मुद्दे पर भारत पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाई है, उसके बाद भारत व चीन के बीच संपर्क बढ़ गया है।