logo
Top ads
Breaking News
Blog single photo

उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए सपा ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए ; जिससे कांग्रेस को झटका लगा

विधानसभा उपचुनाव के लिए 10 में से छह सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर सपा ने कांग्रेस को झटका दिया है। कांग्रेस उपचुनाव में भाजपा व रालोद के हिस्से रहीं पांच सीटों पर अपनी दावेदारी कर रही थी। अब उसके हिस्से दाे सीटें ही आने की उम्मीद है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस का विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के सहयोगी दलों पर दबाव कम होता दिख रहा है। सपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा था। 

ऐसे में उपचुनाव (UP By Election 2024) में वह सात से आठ सीट पर अपनी दावेदारी बरकरार रखेगी। पिछले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के हिस्से रही मीरापुर सीट को भी सपा अपने हिस्से में जोड़ रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में सपा व रालोद के बीच गठबंधन था।

प्रदेश कांग्रेस ने सपा से गठबंधन के तहत उपचुनाव के लिए पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखा था। इनमें भाजपा के हिस्से रहीं फूलपुर, खैर, गाजियाबाद व मझवां के अलावा रालोद के हिस्से रही मीरापुर सीट पर कांग्रेस अपनी उम्मीदवार मैदान में उतारने की तैयारी में थी।

हालांकि, कांग्रेस ने सभी 10 सीटों पर संविधान सम्मान सम्मेलन के जरिए कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने की घोषणा की थी। कांग्रेस ने इसकी शुरुआत प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से की थी, जिसके बाद मंझवा, मीरापुर व खैर विधानसभा क्षेत्र में सम्मेलन हुआ। 

कांग्रेस ने बुधवार को कानपुर के सीसामऊ विधानसभा क्षेत्रों में संविधान सम्मेलन का आयोजन किया। शेष पांच सीटों पर 14 से 18 अक्टूबर के मध्यम सम्मेलन होंगे। कांग्रेस सभी 10 सीटों के लिए वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी व पर्यवेक्षक नियुक्त कर चुकी है। 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि उपचुनाव में पांच सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव दिया था। सपा से सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। कांग्रेस का लक्ष्य भाजपा को हराना है।

Admin

footer
Top