: जालसाजों ने सेवानिवृत्त मर्चेंट नेवी अफसर और उनके करीब सौ वर्षीय पिता को सात दिन डिजिटल अरेस्ट कर 1.29 करोड़ रुपये ठग लिए। डराने के लिए जालसाजों ने एक जाली वारंट भी भेजा था। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने बेटे ने राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही सरोजनीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है
उन्हें अलग-थलग रहने और लगातार फोन पर रहने के लिए मजबूर किया गया ताकि वे घटना के बारे में किसी को कुछ न बता सकें। गिरफ्तारी से बचाने का झांसा देते हुए जालसाजों ने तीन बार में अलग-अलग तारीखों पर पीड़ितों के खाते से कुल 1.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बावजूद उनकी मांग कम नहीं हुई।