बरेली। अवैध रूप से पटाखे बनाने के लिए मकान में लगे बारूद के ढेर में आग से बड़ा हादसा हो गया। बुधवार को चाय बनाते समय फटे सिलेंडर की लपटें बारूद भरे कमरे तक पहुंची तो तेज धमाके के साथ पूरा मकान उड़ गया। आसपास के चार अन्य लोगों के मकान भी ढह गए। चीख-पुकार के बीच पुलिस ने पांच लोगों के शव निकाल लिए, जबकि कुछ अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही। देर रात तक एसडीआरएफ व पुलिस की टीमें राहत कार्य में लगी रहीं। आबादी के बीच अवैध पटाखा बनाने पर रोकथाम न करने पर एसएसपी अनुराग आर्य ने दारोगा देशराज सिंह व नाहर सिंह, सिपाही अजय व सुरेंद्र को निलंबित कर दिया।
थाना प्रभारी रवि कुमार को लाइन हाजिर कर दिया, जबकि सीओ गौरव सिंह के विरुद्ध जांच बैठा दी। शाम को रहमान शाह ने चाय बनाने को कहा तो फातिमा प्रथम तल पर रसोई में गई। वहां अचानक सिलेंडर फटने से आग फैल गई। लपटें जैसे ही तीसरी मंजिल के कमरे में रखे पटाखों एवं बारूद तक पहुंचीं, तेज धमाके होने लगे। देखते ही देखते मकान की ईंटें 70 फीट तक उछलने लगीं। ताबड़तोड़ धमाके से पड़ोसी इसरार, पप्पू शाह, मो. अहमद और रुखसाना के कच्ची ईंटों के मकान भी ढह गए।
पुलिस के अनुसार, हादसे में सितारा, तबस्सुम, रुखसाना और दो बच्चों की मौत हो गई। बच्चों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। फातिमा, रहमान शाह, उसकी पत्नी समेत तीन अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि नासिर अवैध रूप से पटाखों से संबंधित कार्य कर रहा था। जिले में सिर्फ चार स्थानों पर पटाखे बनाने और 46 लोगों को बेचने का लाइसेंस जारी किया गया। इसके अलावा जो भी अवैध रूप से इससे संबंधित कार्य करेगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।