यूपी में सर्दी अपने चरम पर चल रही है। शाम से शुरू हुई ठंडी हवाएं रात बीतने के साथ बढ़ती गईं। हालांकि मंगलवार की सुबह कोहरे का असर कम दिखा। अवध के कई जिलों में दृश्यता बीते दिनों की तुलना में बेहतर रही। इसके पहले हाड़ कंपाने वाली ठंड से जूझ रहे राजधानी के लोगों को सोमवार को कुछ राहत मिली। न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने और धूप खिलने से दिन का पारा भी लगभग स्थिर बना रहा। कोहरा भी अन्य दिनों की तुलना में कुछ छटा और दृश्यता बढ़ी। हालांकि मौसम विभाग ने घने कोहरे की चेतावनी सूची से लखनऊ को बाहर नहीं किया है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, अभी ठंड ऐसे ही बनी रहेगी। पारे में मामूली उतार-चढ़ाव होते रहेंगे। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जोकि रविवार को 5.9 था। अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहा। रविवार को यह 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। वहीं बीते कुछ दिनों से दृश्यता 0 से 50 मीटर दर्ज की जा रही थी, लेकिन सोमवार को कोहरा छंटने से 300 मीटर तक दृश्यता दर्ज की गई।
सरसों पर संकट, उत्पादन होगा प्रभावित
चंद्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कृषि विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह के मुताबिक कम तापमान और आर्द्रता 90 फीसदी से ऊपर होने की वजह से सरसों में सफेद रतुआ बीमारी की शिकायतें बढ़ रही हैं। इटौंजा, महोना, मोहनलालगंज,बख्शी का तालाब, माल और मलिहाबाद से इसकी शिकायतें आ रही हैं। इससे सरसों का उत्पादन और गुणवत्ता दोनों प्रभावित होगी।