उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासनिक पदों पर तैनात 22 चिकित्सकों को अब अस्पतालों में इलाज करने का आदेश दिया है। 62 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके इन चिकित्सकों को सरकारी अस्पतालों में भेजा गया है ताकि मरीजों को राहत मिल सके. इनमे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं जिन्हें वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर स्थानांतरित किया गया है।स्वास्थ्य विभाग में प्रशासनिक पदों पर तैनात 22 चिकित्सक अब सरकारी अस्पतालों में इलाज करेंगे। इससे मरीजों को राहत मिलेगी। ये सभी चिकित्सक 62 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके हैं।
जिन चिकित्सकों का तबादला किया गया है, उनमें आठ मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस), दो मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), नौ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) व एक संयुक्त निदेशक, एक-एक जिला प्रतिरक्षण व जिला कुष्ठ अधिकारी हैं। यह सभी बीते मार्च, अप्रैल, मई व जून माह में 62 वर्ष की उम्र पूरा कर चुके हैं। सीएमओ हरदोई डाॅ. रोहताश कुमार को वरिष्ठ परामर्शदाता पीएल शर्मा जिला चिकित्सालय मेरठ, सीएमओ रामपुर डॉ. सत्य पाल सिंह को वरिष्ठ परामर्शदाता संयुक्त जिला चिकित्सालय संजय नगर गाजियाबाद के पद पर भेजा गया है।
सीएमएस उन्नाव जिला चिकित्सालय उन्नाव डॉ. रियाज अली मिर्जा को वरिष्ठ परामर्शदाता यूएचएम चिकित्सालय कानपुर नगर, सीएमएस जिला संयुक्त चिकित्सालय हापुड़ डॉ. प्रदीप मित्तल को वरिष्ठ परामर्शदाता जिला पुरुष चिकित्सालय बुलंदशहर, सीएमएस संयुक्त चिकित्सालय अंबेडकर नगर डॉ. ओम प्रकाश को वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. एसपीएम सिविल अस्पताल लखनऊ, सीएमएस जिला महिला चिकित्सालय जालौन डॉ. सुनीता बनौधा को वरिष्ठ परामर्शदाता बलरामपुर चिकित्सालय, सीएमएस जिला चिकित्सालय रामपुर डॉ. हरवंश कुमार मित्र को वरिष्ठ परामर्शदाता जिला चिकित्सालय मुरादाबाद, सीएमएस जिला संयुक्त चिकित्सालय अमरोहा डॉ. प्रेमा त्रिपाठी को वरिष्ठ परामर्शदाता जिला महिला चिकित्सालय मुरादाबाद, सीएमएस डॉ. आरएमएल चिकित्सालय फर्रुखाबाद डॉ. कैलाश को वरिष्ठ परामर्शदाता यूएचएम चिकित्सालय कानपुर नगर, सीएमएस जिला चिकित्सालय सुलतानपुर डॉ. सुधीर कुमार गोयल को वरिष्ठ परामर्शदाता जिला पुरुष चिकित्सालय बाराबंकी के पद पर भेजा गया है।
स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों की सेवानिवृत्त आयु को 62 से 65 वर्ष किया जा चुका है लेकिन 62 वर्ष के बाद बढ़े हुए अतिरिक्त तीन वर्ष अस्पतालों में इलाज करने का नियम है। इसी के तहत ये तबादले किए गए हैं।