उंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या, भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान मथुरा और भगवान शिव की नगरी काशी में करीब 40 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं मूर्त रूप लेती दिखाई देंगी।
इन तीनों प्रमुख धार्मिक स्थलों के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण प्रदेश के पांच अन्य जिलों में भी सोमवार को करीब 80 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं आकार लेती नजर आएंगी। मथुरा में 13486.63 करोड़ रुपये और अयोध्याधाम में 10,155.79 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी।
वहीं, वाराणसी में 15,313.81 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ होगा। काशी में 124 निवेशक अपने उद्यम स्थापित करेंगे, जिससे 43 हजार से अधिक लोगों के रोजगार सृजन का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा ऋषिमुनियों की तपस्थली चित्रकूट, भगवान गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर, तीर्थराज प्रयागराज, नैमिषारण्य तीर्थ के लिए प्रसिद्ध सीतापुर और देवी उपासना की स्थली विंध्याचल की भूमि मीरजापुर में भी बड़े पैमाने पर निवेश धरातल पर उतरता दिखाई देगा।
कुशीनगर में 1152.38 करोड़, संगमनगरी प्रयागराज में 9619.9 करोड़, चित्रकूट में 7047.37 करोड़ और नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र के लिए सीतापुर में 21,801.8 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं आकार लेती नजर आएंगी। मां विंध्यवासिनी धाम के लिए प्रसिद्ध मीरजापुर में भी 7358 करोड़ रुपये का निवेश धरातल पर उतरेगा।