9 अप्रैल 2025 की सुबह जैसे ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ऐलान किया गया रेसिप्रोकल टैरिफ लागू हुआ, वैश्विक और भारतीय बाजारों में हलचल मच गई। सुबह 9:31 बजे से भारत पर 26 फीसदी टैरिफ प्रभावी हो गया, जिसके तहत अब अमेरिका को निर्यात होने वाले हर भारतीय सामान पर यह शुल्क लागू होगा। इस फैसले ने न सिर्फ भारत के निर्यात क्षेत्र को प्रभावित करने की आशंका पैदा की, बल्कि शेयर बाजारों में भी तगड़ा झटका दिया। शुरुआती कारोबार में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 300 अंकों से ज्यादा लुढ़क गया, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी लाल निशान पर कारोबार करता दिखा। यह गिरावट न केवल भारत तक सीमित रही, बल्कि एशियाई बाजारों में भी हाहाकार मच गया।