माना जा रहा था कि पीडीए की राजनीति के चलते सपा पूजा पाल पर कार्रवाई से बच रही थी, लेकिन विधान सभा में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करके उन्होंने ये साफ कर दिया कि उनका भविष्य कहां हैं।
वहीं, सपा ने पूजा पाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाकर एक तरह से उनकी राह आसान कर दी है। सपा के शामिल होने और चायल से विधायक बनने के बाद अचानक ऐसी परिस्थितियां बनी की पूजा पाल भाजपा के पाले में खड़ी दिख रही हैं।